योग करने के सही तरीके व कितने प्रकार से योग कर सकते है ?

Yoga
आज कल के समय की भाग दौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग अपनी बॉडी का अच्छे से ख्याल नहीं रख पाते हैं. आज कल लोगों के इतना वक्त नहीं है कि वे अपने परिवार से बात कर सकें खुद को समय दे सकें. लेकिन इस भागदौड़ भरी जिंदगी में भी कुछ ऐसे तरीके हैं. जिनकी मदद बॉडी का ख्याल रखा जा सकता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको योग करने के तरीके, योग करने के फायदे, योग के प्रकार, योग के बारे में किसने क्या राय दी, किसने क्या कहा, सब कुछ आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं. इन तरीकों के बारे में जानकर शायद आप खुद को वक्त देना शुरू कर देंगे. सबसे पहले जानेंगे योग करने के हमारे शरीर को क्या फायदे होते हैं.  योग का अर्थ सामान्य रूप से दो तत्वों का मिलना होता है.
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जब आत्मा और परमात्मा एक दूसरे से मिलते हैं तो आत्मस्वरुप स्थापित होता है और इसी प्रक्रिया को योग के नाम से जाना जाता है. योग की परंपरा सालों से चली आ रही है. योग करने से हमें शारीरिक और मानसिक रूप से तनाव से तो छुटकारा मिलता ही है. साथ में हमारी बॉडी को समय पर अच्छी एनर्जी मिलती रहती है. जो हमें डिस्ट्रेक्शन वाले रास्तों से बचाती है. इसीलिए अक्सर कहा जाता है सभी को योग करना चाहिए भले ही पांच दस मिनट ही करें, लेकिन योग को अपनी नियमित दिन चर्या शामिल करें इसके आपको अनगिनत फायदे होंगे. जिनके बारे में आप और हम सोच भी नहीं सकते है।

योग करने के फायदे

योग करने से हमारी बॉडी टाइम पर डिटॉक्स होती रहती है. जब हम योग करते हैं बॉडी के सारे पार्ट काम कर रहे होते हैं. योग ही हमें सही तरीके से जीवन जीने का साइंस सिखाता है. योग करने से हमारी बॉडी को शारीरिक रूप से तो फायदा होता ही है. साथ ही इससे जीवन जीने का टाइम टेबल भी सुधर जाता है. योग हमारे शरीर को भावनात्मक, आत्मिक, आध्यात्मिक रूप से भी मजबूत बनाने का काम करता है योग के बारे में बाबा रामदेव कहते हैं “हो सकता है आप बड़े बिजनेस और इंटरप्राईजेज को मेनेजवकर्ते हों लेकिन शरीर को मैनेज करने का मेकेनिज़्म अलग होता है. जो हर इंसान के बस की बात नहीं है यदि आप योग करते हैं तो ये आपको खुद को मैनेज करने की तकनीक सिखाता है. ये आपकी बॉडी में कंप्लेंट बैलेंस लाने की एक अच्छी प्रक्रिया है. जो हमारी बॉडी को शारीरिक रूप से और मानसिक रूप तनावमुक्त बनाने का काम करती है।

Yoga से क्या benifets होते है ?

•  मांसपेशियों की मजबूती बढ़ती है..
• रक्त प्रवाह को तेज करता है और इसे निरंतर संतुलित रखने का काम करता है.
• ह्रदय गति को नियमित रखता है.
•  ब्लड शुगर कम करने का भी काम करता है.
•  ध्यान कंसेंट्रेट करने में हेल्प मिल जाती है.
• आपके इम्यूनिटी सिस्टम को बैलेंस बनाए रखने का काम करता है.
• IBS और Immunity System को कंट्रोल करता है.
•  कॉन्फिडेंस लेवल इंक्रीज हो जाता है.

ये हैं योग के प्रकार | Types of Yoga

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मुख्य रूप से योग के चार प्रकार होते हैं. जिनमें राजयोग, कर्म योग, भक्ति योग और ज्ञान योग को शामिल किया गया है. कर्म योग की माने तो हर कोई किसी न किसी तरह से योग करता है. अक्सर कहा जाता है इन सारे योगों में से राजयोग काफी जरूरी है. राजयोग में कई सारे अंग समाहित है “राजयोग में शपथ आचरण योग, अनु शासन मुद्राएं, स्वास्थ्य नियंत्रण, इंद्रियों का नियंत्रण, एकाग्रता, मेडिटेशन, अंतिम मुक्ति जैसी चीजें शामिल है. वहीं कर्म योग की बात की जाए तो हर कोई कर्म योग करता है. कर्म योग का सिद्धांत आज के अनुभवों से मिलता-जुलता है. कर्म योग करने के साथ हम अच्छा भविष्य बना सकते हैं.
वहीं ज्ञान योग की बात करी जाए तो ज्ञान का सीधा संबंध हमारी योग्यता से है. ज्ञान योग करने से हमारी इंद्रियों का विकास होता है. इसीलिए इतिहास और वेदों ग्रंथों में इस योग को भी काफी इंपॉर्टेंट दिया गया है. इसके अलावा युवकों अष्टांग योग विक्रम योग हठयोग अंगार योग जीवामुक्ति योग कृपालु योग कुंडली योग पावर योग शिवानंद योग विनियोग प्रीनेटल या जन्म पूर्व जोगाराम युग में भी बांटा गया है.

योग की करने के तरीके

योग करने के अनेकों तरीके होते हैं. इनको योग की मुद्राओं के नाम से भी जाना जाता है. स्थाई योग जिसमें कई सारे योग शामिल होते हैं. दूसरे नंबर पर बैठकर करने वाले योगों को शामिल किया गया है. वहीं तीसरे नंबर पर पेट योगा की मुद्रा में लेटने वाले योग शामिल है. चौथे नंबर पर पीठ के बल लेटकर योग किए जाते हैं. स्थाई योग में कोणासन प्रथम, कोणासन दूसरा, हस्तपादासन, त्रिकोणासन योग, गरुडासन योग, उत्कटासन योग आदि शामिल हैं, बैठकर करने वाले योग में गोमुखासन योग, व्ज्रासन योग, चौकी चलनसाना योग, शिशुआसना योग जैसे योग को शामिल किया गया है. पेट के बल लेटकर किए जाने वाले योगों में धनुरासन योग, शलभआसन, भुजंगासन योग, सलम्बा भुजंगासन योग को शामिल किया गया है. पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले योग में नौकासन योग, नटराजासन योग, विष्णुआसन योग शामिल हैं.

योग करने के नुकसान और जोख़िम

योग करने के जहां अनेकों फायदे हैं तो योग करते समय इसके अनेकों नुकसान भी होते हैं. जो योग के टाइम उठाने पड़ते हैं जैसे योग करते समय चोट लगने का खतरा बना रहता है. जिससे आपकी रेगुलर योग करने की टाइम टेबल पर असर पड़ सकता है. प्रेगनेंट लेडीज़ के लिए भी योग करना नुकसान दायक साबित हो सकता है. यदि आप योग करना स्टार्ट ही कर रहे हैं तो कई सारी टेक्निक्स का आपको नॉलेज होना बेहद जरूरी है नहीं तो गलत तरीके से किया गया योग बॉडी को नुकसान पहुंचा सकता है.

अंतिम शब्द

आज हमने अपने इस लेख के माद्यम से योगा से जुड़ी हुई बातो को जाना है। अगर आप भी अभी योग करने की सोच रहे है और उसके बारे में बहुत अच्छे से जानना चाहते है तो आप हमारे इस लेख के माद्यम से जान पाओगे। Wltnews.com वेबसाइट आपके लिए आगे भी बहुत से ऐसे उपयोगी लेख लेकर आते रहेंगे।

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